Jack and the Beanstalk Story: एक बार एक गरीब विधवा और उसका बेटा जैक एक साथ रहते थे। एक दिन, जैक की माँ ने उन्हें अपनी एकमात्र गाय बेचने के लिए कहा। जैक बाजार गया और रास्ते में उसे एक आदमी मिला जो उसकी गाय खरीदना चाहता था। जैक ने पूछा, आप मुझे मेरी गाय के बदले में क्या देंगे? उस आदमी ने जवाब दिया, मैं तुम्हें पाँच जादुई फलियाँ दूंगा! जैक ने जादू की फलियाँ लीं और उस आदमी को गाय दी। लेकिन जब वह घर पहुंचा, तो जैक की माँ बहुत उससे बहुत गुस्सा हुई। उसने कहाँ, “तुम मूर्ख हो! उसने तुम्हारी गाय छीन ली और तुम्हें कुछ फलियाँ दीं! ”उसने फलियो को खिड़की से बाहर फेंक दिया। जैक बहुत दुखी था और बिना रात का भोजन किए वह सोने चला गया।

अगले दिन, जब जैक सुबह उठा और उसे खिड़की से बाहर देखा, तो उसने देखा कि एक विशाल फलियों का पेड़ उसकी जादुई फलियों से उगा था! वह फलियों के पेड पर चढ़ गया और आकाश में एक राज्य में पहुंच गया। वहाँ एक विशाल दानव और उसकी पत्नी रहते थे। जैक ने घर के अंदर जाकर रसोई में विशाल दानव की पत्नी को दंेखा। जैक ने कहा, “क्या आप मुझे खाने के लिए कुछ दे सकती हैं? मैं बहुत भूखा हूँ! दयालु पत्नी ने उसे रोटी और थोड़ा दूध दिया।

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Jack and the Beanstalk

जब वह भोजन कर रहा था, दानव घर आया। दानव बहुत बड़ा था और बहुत भयावह दिखता था। जैक घबरा गया और अंदर जाकर छिप गया। दानव ने चिल्लाते हुए कहा, फु फू मुझे एक अंग्रेज के खून की सुगंध आ रहीं। वह जीवित हो, या वह मर गया हो, मैं अपनी रोटी बनाने के लिए उसकी हड्डियों को पीसूंगा! पत्नी ने कहा, यहाँ कोई लड़का नहीं है! तो, दानव ने अपना खाना खाया फिर उसने अपने सोने के सिक्कों की बोरियाँ निकाल लीं, उन्हें गिनकर अलग रख दिया। फिर वह सोने चला गया। रात में, जैक अपने छिपने की जगह से बाहर निकला, एक बोरी में सोने के सिक्के लिए और फलियों के पंेड से नीचे उतर आया। घर पर उसने अपनी माँ को सिक्के दिए। उनकी माँ बहुत खुश थीं और वे कुछ समय तक अच्छे से रहे।

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जैक एक बार फिर फलियों के पंेड पर चढ़ गया और फिर से दानव के घर गया। एक बार फिर, जैक ने दानव की पत्नी से भोजन माँगा, लेकिन जब वह भोजन खा  रहा था तो वह वापस लौट आया। जैक डरते हुए उछला और जाकर बिस्तर के नीचे छिप गया। दानव ने फिर से चिल्लाते हुए कहाँ, मुझे एक अंग्रेज का खून सुगंध आ रहा है। वह जीवित हो, या वह मर गया हो, मैं उसे अपनी रोटी बनाने के लिए उसकी हड्डियों को पीसूंगा! पत्नी ने कहा, यहाँ कोई लड़का नहीं है् दानव ने अपना खाना खाया और अपने कमरे में चला गया। वहां, उसने एक मुर्गी निकाली। वह चिल्लाया, मुझे एक अंडा दो! और मुर्गी ने एक सुनहरा अंडा दे दिया। जब दानव सो गया, तो जैक मुर्गी को ले के उस फलियों के पेड़ से निचे आ गया। जैक की माँ उससे बहुत खुश थी।

कुछ दिनों के बाद, जैक एक बार फिर से फलियों के पेड पर चढ़ गया और दानव के महल में चला गया। तीसरी बार, जैक ने दानव की पत्नी से मुलाकात की और कुछ खाने के लिए मागाँ एक बार फिर, दानव की पत्नी ने उसे रोटी और दूध दिया। लेकिन जब जैक खाना खा रहा था, दानव घर आया। और उस एक बार फिर एक अंग्रेज के खून को सुगंध को महसुस किया। वह जीवित हो, या मर गया हो, मैं अपनी रोटी बनाने के लिए उसकी हड्डियों को पीसूंगा! दानव एक बार फिर चिल्लाया। मूर्ख मत बनो! यहाँ कोई लड़का नहीं है! ” उसकी पत्नी ने कहा।

दानव के पास एक जादुई वीणा थी जो सुंदर गाने बजा सकती थी। जब विशाल सो गया, तो जैक ने वीणा ली और निकलने वाला था। अचानक, जादूई वीणा चिल्लाई, मदद करो मास्टर! एक लड़का मुझे चुरा रहा है! दानव उसकी चीख सुनकर उठा और जैक को वीणा के साथ देखा। गुस्से में, वह जैक के पिछंे दौड़ा। लेकिन जैक उसके लिए बहुत तेज था। वह फलियो के पेड़ से नीचे भाग कर घर पहुंच गया। दानव ने उसका पीछा किया। जैक जल्दी से अपने घर के अंदर भागा और एक कुल्हाड़ी निकाली और उसने उस पेंड़ को काटना शुरू कर दिया। दानव उस पेंड़ से गिर गया और मर गया।

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जैक और उसकी माँ इन सब के बाद बहुत अमीर हो गए थें। और वह दोनांे अब अपना जीवन खुशी-खुशी व्यतीत करने लगें।

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